पुस्तक परीक्षण पोर्टल, जयकर ज्ञानस्रोत केंद्र, सावित्रीबाई फुले पुणे विद्यापीठ, पुणे
मुंशी प्रेमचन्द ने जो कुछ भी लिखा है, वह आम- आदमी की व्यथा कथा है, चाहे वह ग्रामीण हो या शहरी। गांवो की अव्यवस्था, किसान की तड़प, ग्रामीण समाज की