
मैला आंचल
‘फणीश्वरनाथ रेणु’ कृत ‘मैला आँचल’ को गोदान के बाद
हिंदी साहित्य का सर्वश्रेष्ठ उपन्यास माना जाता है। इस
उपन्यास के द्वारा ‘रेणु’ जी ने पूरे भारत के ग्रामीण जीवन का
चित्रण करने की कोशिश की है। स्वयं रेणु जी के शब्दों में
इसमें फूल भी हैं शूल भी है, गुलाब भी है, कीचड़ भी है,
चन्दन भी सुन्दरता भी है, कुरूपता भी- मैं किसी से दामन
बचाकर निकल नहीं पाया।